रायपुर: छत्तीसगढ़ के अधिकांश हिस्सों में आज बारिश की गतिविधियों की संभावना है। राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के कुछ स्थानों पर सुबह से ही बूंदाबांदी देखी गई, लेकिन इसके बाद मौसम साफ हो गया। हालांकि, शाम तक बारिश होने की उम्मीद बनी हुई है।
विस्तार
छत्तीसगढ़ में 19 जुलाई से बारिश का नया दौर शुरू होने जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिससे प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश होने की उम्मीद है। इसके साथ ही, एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी भी दी गई है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि एक निम्न दबाव का क्षेत्र विदर्भ और उसके आस-पास के दक्षिण छत्तीसगढ़ क्षेत्र में बना हुआ है। यह चक्रवर्ती परिसंचरण औसत समग्र ताल से 5.8 किलोमीटर ऊँचाई तक विस्तारित है, जो दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। इस परिसंचरण के प्रभाव से, बुधवार को प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
बारिश की संभावनाएं
आज बुधवार को चक्रवर्ती परिसंचरण के चलते बस्तर संभाग के कुछ क्षेत्रों में गरज चमक के साथ वज्रपात की भी संभावना है। राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के कई हिस्सों में गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना बनी हुई है। पिछले दिनों, मंगलवार को, प्रदेश के विभिन्न जिलों में सुबह से बादल छाए रहे और शाम को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई।
हालांकि, बारिश के इन दौरों के बावजूद प्रदेश में तापमान में कोई खास बदलाव नहीं आया है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। आगामी दिनों में तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। मंगलवार को डोंगरगढ़ में अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान नारायणपुर में 21.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने प्रदेश के लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां भारी बारिश की संभावना है। चक्रवर्ती परिसंचरण के कारण, आने वाले दिनों में बस्तर और अन्य दक्षिणी क्षेत्रों में मौसम के मिजाज में बदलाव आ सकता है। इस दौरान स्थानीय प्रशासन ने भी तैयारियों को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी भी प्रकार की आपदा से निपटा जा सके।
आगे की स्थिति
मौसम विभाग का मानना है कि 19 जुलाई से शुरू होने वाली बारिश की गतिविधियां अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती हैं। इसके कारण, विशेषकर किसानों के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है, क्योंकि यह फसलों के लिए लाभदायक साबित हो सकता है। साथ ही, बारिश के चलते प्रदेश की जल संकट की स्थिति में भी सुधार देखने को मिल सकता है।
लोगों की प्रतिक्रिया
छत्तीसगढ़ के निवासी इस बारिश के आगमन को लेकर उत्सुक हैं। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रियाएं साझा की हैं, जिसमें कुछ ने बारिश को राहत के रूप में देखा है, जबकि अन्य ने इसे बाढ़ या जलजमाव की संभावनाओं से जोड़ा है।
अंततः, छत्तीसगढ़ में 19 जुलाई से बारिश की गतिविधियों में वृद्धि होने की उम्मीद है, जो प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों को प्रभावित करेगी। इस मौसम में लोग सावधानी बरतें और बारिश के कारण उत्पन्न होने वाले किसी भी प्रकार के खतरे से बचने के लिए तैयार रहें। मौसम की इस गतिविधि का प्रदेश के सामाजिक और आर्थिक जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ेगा, जिससे लोगों को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
इस बारिश के बाद, अगर मौसम में सुधार होता है, तो यह छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए अच्छी खबर हो सकती है। सभी की निगाहें अब आसमान पर टिकी हैं, यह देखने के लिए कि बारिश का यह सिलसिला किस प्रकार आगे बढ़ता है।