छोटी ग्वालटोली, 13 जुलाई – नगर के कोतवाली थाना क्षेत्र के छोटी ग्वालटोली इलाके में रहने वाली 26 वर्षीय नवविवाहिता ज्योति ने अपने मायके में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शनिवार की सुबह पुलिस को इस घटना की सूचना मिली, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, ज्योति का विवाह दिसम्बर 2023 में भोपाल में हुआ था। ज्योति की तबीयत अक्सर खराब रहती थी, और लगभग दो महीने पहले उसे ब्लड कैंसर का पता चला था। इस दुखद समाचार के बाद से ही ज्योति मानसिक तनाव में रहने लगी थी। हाल ही में वह अपने मायके वापस आ गई थी। शनिवार की सुबह, उसने अपने कमरे में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। सुसाइड नोट न मिलने की वजह से आत्महत्या की स्पष्ट वजह अभी तक सामने नहीं आई है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि ज्योति कैंसर रोग से पीड़ित थी और इसी कारण सदमे में थी।
ज्योति के पिता स्वर्गीय राधेश्याम यादव के निधन के बाद से ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था। राधेश्याम यादव एक सम्मानित नागरिक थे और उनके निधन के बाद से परिवार आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान था। ज्योति की मां ने बताया कि ज्योति का कैंसर का पता चलने के बाद से ही वह मानसिक रूप से बहुत कमजोर हो गई थी और उसकी हालत दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही थी।
ज्योति के पति, जो भोपाल में एक निजी कंपनी में काम करते हैं, इस घटना के बाद सदमे में हैं। उन्होंने बताया कि शादी के कुछ महीनों बाद ही ज्योति की तबीयत खराब रहने लगी थी, जिसके बाद उन्होंने उसकी जांच कराई। जांच में ब्लड कैंसर का पता चलने पर उन्होंने उसे अच्छे से अच्छे डॉक्टर से इलाज करवाने का प्रयास किया, लेकिन ज्योति की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। उसकी मानसिक स्थिति दिन-प्रतिदिन खराब होती चली गई और अंततः उसने यह कदम उठा लिया।
पुलिस ने बताया कि ज्योति के मायके वालों से बातचीत की जा रही है और इस मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं ज्योति के ससुराल में उसे किसी प्रकार का प्रताड़ना तो नहीं झेलना पड़ा। हालांकि, ज्योति के पति और ससुराल वालों ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है।
पड़ोसियों का कहना है कि ज्योति बहुत ही शांत स्वभाव की लड़की थी और हमेशा मुस्कुराती रहती थी। उसकी मौत से पूरे इलाके में शोक की लहर है। पड़ोसियों ने बताया कि ज्योति का परिवार बहुत ही मिलनसार और स्नेही है और इस दुखद घटना से सभी स्तब्ध हैं।
ज्योति के आत्महत्या के मामले ने एक बार फिर समाज में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को उजागर किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि मानसिक तनाव और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को गंभीरता से लेना चाहिए और समय पर सही परामर्श और चिकित्सा सहायता मिलनी चाहिए। समाज में जागरूकता फैलाना और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना आज के समय की आवश्यकता है।
पुलिस की जांच जारी है और यह उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस मामले में और तथ्य सामने आएंगे। ज्योति की आत्महत्या ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, जिनके जवाब ढूंढ़ने की कोशिश की जा रही है। इस दुखद घटना ने यह भी दर्शाया है कि कैंसर जैसी बीमारियों से जूझ रहे मरीजों और उनके परिवारों को मानसिक रूप से मजबूत और सहयोगी वातावरण की आवश्यकता होती है।
ज्योति की मौत से उसके परिवार पर एक और बड़ा संकट आ पड़ा है। उनके लिए यह समय अत्यंत कठिन है और समाज के सभी लोगों को इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़े रहना चाहिए। ज्योति की आत्महत्या ने मानसिक स्वास्थ्य और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों के प्रति संवेदनशीलता और सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया है।
पुलिस की जांच और ज्योति के परिवार के बयानों से यह उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस मामले में और स्पष्टता आएगी और यदि किसी प्रकार की प्रताड़ना का मामला सामने आता है, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।