रायपुर: राजधानी रायपुर में गांजा के साथ दो अंतरराज्यीय आरोपित पति-पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए दोनों आरोपी, अशोक नाहक और उसकी पत्नी प्रतिमा नाहक, ओडिशा के रहने वाले हैं। ये दोनों ओडिशा से गांजा लाकर रायपुर में खपाने की तैयारी में थे। टिकरापारा थाना पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया है।
पुलिस का निजात अभियान
रायपुर पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे ‘निजात अभियान’ के तहत यह बड़ी सफलता मिली है। इस अभियान का उद्देश्य नशीले पदार्थों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना और उनके व्यापार को रोकना है। इसी क्रम में बुधवार को थाना टिकरापारा पुलिस को सूचना मिली कि क्षेत्रांतर्गत आरडीए कार्यालय कौशल्या माता विहार के पास सेक्टर-5 के पास एक महिला और एक पुरुष सफेद बोरी में गांजा लेकर विक्रय करने के लिए लालपुर शराब दुकान की ओर से कौशल्या माता विहार की तरफ आ रहे हैं।
मुखबिर की सूचना और कार्रवाई
मुखबिर की सूचना पर टिकरापारा पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई की। पुलिस टीम ने बताए गए स्थान पर जाकर महिला और पुरुष को चिन्हांकित कर पकड़ा। पूछताछ में उन्होंने अपना नाम अशोक नाहक और महिला प्रतिमा नाहक बताया, जो गंजाम, ओडिशा के निवासी हैं।
गांजा की बरामदगी
टीम के सदस्यों ने उनके पास रखी सफेद प्लास्टिक बोरी की तलाशी ली। तलाशी के दौरान बोरी में गांजा पाया गया। पुलिस ने तुरंत दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके कब्जे से 8.800 किलोग्राम गांजा जब्त किया। इसके बाद एनडीपीएस एक्ट के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई की गई।
अपराध की योजना
अशोक और प्रतिमा नाहक ने ओडिशा से गांजा लाकर रायपुर में बेचने की योजना बनाई थी। वे नियमित रूप से ओडिशा से गांजा लाकर रायपुर में खपाने का काम करते थे। इस बार भी वे गांजा लेकर रायपुर आए थे, लेकिन पुलिस ने समय रहते इन्हें पकड़ लिया।
पुलिस की सतर्कता
रायपुर पुलिस की सतर्कता और मुस्तैदी के कारण यह बड़ी कार्रवाई संभव हो सकी। पुलिस ने न केवल गांजा की बड़ी खेप जब्त की, बल्कि दो अंतरराज्यीय तस्करों को भी गिरफ्तार किया। इससे रायपुर में नशे के व्यापार को बड़ा झटका लगा है।
सामाजिक संदेश
पुलिस की इस कार्रवाई से यह संदेश भी स्पष्ट हो जाता है कि नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों में समाज का सहयोग कितना महत्वपूर्ण है। मुखबिर की सूचना के आधार पर ही पुलिस ने इतनी बड़ी सफलता हासिल की। इससे यह साबित होता है कि यदि समाज और पुलिस मिलकर काम करें तो नशे के व्यापार को रोका जा सकता है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। उनसे पूछताछ जारी है ताकि इस मामले से जुड़े अन्य लोगों का भी पता लगाया जा सके। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस गोरखधंधे में और कौन-कौन लोग शामिल हैं और यह नेटवर्क कितना बड़ा है।
रायपुर पुलिस की इस कार्रवाई ने न केवल एक बड़ी खेप को जब्त किया, बल्कि नशे के व्यापारियों को भी एक कड़ा संदेश दिया है। पुलिस की मुस्तैदी और सतर्कता के कारण नशे के खिलाफ चलाए जा रहे ‘निजात अभियान’ में यह एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। इससे न केवल रायपुर, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में नशे के व्यापार पर लगाम कसने में मदद मिलेगी।
पुलिस की इस कार्रवाई से यह भी स्पष्ट हो जाता है कि नशे के व्यापारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए पुलिस पूरी तरह से तैयार है। इस तरह की कार्रवाइयों से न केवल नशे के व्यापार को रोका जा सकेगा, बल्कि समाज में भी सुरक्षा और शांति का वातावरण बना रहेगा।
आरोपियों की गिरफ्तारी और गांजा की जब्ती से यह साबित हो गया है कि पुलिस नशे के खिलाफ अपनी मुहिम में पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। ऐसे में समाज के हर व्यक्ति का कर्तव्य बनता है कि वे पुलिस का सहयोग करें और नशे के खिलाफ इस मुहिम में अपना योगदान दें। केवल पुलिस और समाज के मिलकर प्रयासों से ही नशे के व्यापार को पूरी तरह से समाप्त किया जा सकता है।
इस सफलता के बाद रायपुर पुलिस का ‘निजात अभियान’ और भी प्रभावी और सख्त हो जाएगा। पुलिस ने समाज से अपील की है कि वे इस अभियान में उनका सहयोग करें और किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें। इससे न केवल नशे के व्यापार को रोका जा सकेगा, बल्कि समाज में भी सुरक्षा और शांति बनी रहेगी।
रायपुर पुलिस की इस कार्रवाई ने यह भी साबित कर दिया है कि नशे के व्यापारियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस की तत्परता और सतर्कता से न केवल नशे के खिलाफ मुहिम को मजबूती मिलेगी, बल्कि समाज में भी जागरूकता बढ़ेगी। इस तरह की कार्रवाइयों से नशे के व्यापार पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी और समाज में सुरक्षा और शांति बनी रहेगी।