रायपुर के श्री बालाजी अस्पताल के डॉक्टरों ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है जो मेडिकल फील्ड में मिसाल बन गया है। उत्तर प्रदेश के परवाज खान, जो पिछले 10 वर्षों से दुबई में रह रहे थे, को जीवनदान दिया है। दरअसल, कुछ दिन पहले परवाज खान ने गलती से एक स्टेपलर पिन मुंह में रख ली थी, जो उनके गले में फंस गई। दुबई में दो बार ऑपरेशन कराने के बावजूद पिन को नहीं निकाला जा सका। ऐसे में परवाज ने रायपुर आकर श्री बालाजी अस्पताल में डॉक्टरों की मदद लेने का फैसला किया।
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Toggleगले में फंसी पिन: दुबई से रायपुर तक का सफर
परवाज खान की यह समस्या तब शुरू हुई जब उन्होंने गलती से एक स्टेपलर पिन अपने मुंह में रख ली। पिन गले में फंस गई और इसे निकालने के लिए दुबई में दो बार ऑपरेशन कराया गया, लेकिन दोनों बार ऑपरेशन असफल रहा। इसके बाद परवाज ने रायपुर स्थित श्री बालाजी अस्पताल में आने का फैसला किया।
श्री बालाजी अस्पताल में सफल ऑपरेशन
रायपुर के श्री बालाजी अस्पताल में परवाज खान की सर्जरी की गई। इस सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया और गले में फंसी पिन को निकाल दिया गया। श्री बालाजी अस्पताल के चेयरमैन डॉ. देवेंद्र नायक ने बताया कि परवाज खान की यह स्थिति काफी गंभीर थी। यदि समय पर ऑपरेशन नहीं होता, तो उनकी जान भी जा सकती थी।
ऑपरेशन की जटिलता और सफलता
डॉ. देवेंद्र नायक ने बताया कि इस तरह की सर्जरी बेहद जटिल होती है और इसमें उच्च स्तर की विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। परवाज खान का ऑपरेशन कुछ घंटों तक चला और इसमें अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग किया गया। ऑपरेशन के दौरान सभी सावधानियों का पालन किया गया और टीम ने पूरे समर्पण और दक्षता के साथ इस सर्जरी को अंजाम दिया।
मरीज की वर्तमान स्थिति
ऑपरेशन के बाद परवाज खान पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं। उनकी स्थिति अब स्थिर है और उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। परवाज खान ने श्री बालाजी अस्पताल और वहाँ के डॉक्टरों का धन्यवाद व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि वह दुबई में दो बार ऑपरेशन कराने के बावजूद समस्या से निजात नहीं पा सके थे, लेकिन रायपुर के डॉक्टरों ने उन्हें नई जिंदगी दी है।
श्री बालाजी अस्पताल का महत्वपूर्ण योगदान
श्री बालाजी अस्पताल, रायपुर, जो कि अपने उच्च स्तरीय मेडिकल सेवाओं के लिए प्रसिद्ध है, ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि यहाँ के डॉक्टर किसी भी चुनौतीपूर्ण स्थिति को संभालने में सक्षम हैं। इस घटना ने अस्पताल की प्रतिष्ठा को और बढ़ा दिया है और यहां के डॉक्टरों की विशेषज्ञता को एक बार फिर सबके सामने ला दिया है।
उत्तर प्रदेश के परवाज खान की यह कहानी हमें यह सिखाती है कि चिकित्सा के क्षेत्र में हर असंभव को संभव बनाया जा सकता है। रायपुर के श्री बालाजी अस्पताल के डॉक्टरों ने जिस तरह से इस जटिल ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया, वह न केवल उनके कौशल का प्रमाण है बल्कि उनकी मानवता और समर्पण का भी उदाहरण है। परवाज खान और उनके परिवार के लिए यह एक नई शुरुआत है, और श्री बालाजी अस्पताल के लिए एक और उपलब्धि।