अंबिकापुर-बनारस राजमार्ग पर दुर्घटना
मंगलवार की सुबह अंबिकापुर-बनारस राजमार्ग पर वाड्रफनगर के फुलीडूमर घाट में एक यात्री बस अनियंत्रित होकर पलट गई। इस दुर्घटना में 10-12 यात्रियों को मामूली चोटें आई हैं। सभी घायलों का स्थानीय अस्पताल में उपचार कराया गया है। प्रारंभिक जांच में बस के एक ओर का ब्रेक जाम हो जाने के कारण दुर्घटना होने की बात कही जा रही है।
यात्रा का विवरण
दुर्घटनाग्रस्त बस अंबिकापुर से रेणुकूट तक जाने वाली नियमित यात्री बस थी, जो अपने निर्धारित समय पर अंबिकापुर से रवाना होकर सुबह सात बजे वाड्रफनगर पहुंची थी। वाड्रफनगर से यात्रियों को लेकर बस रेणुकूट के लिए रवाना हुई थी। उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे बलरामपुर जिले के फुलीडूमर घाट के समीप चालक का बस पर से नियंत्रण हट गया। घाट से नीचे उतरते समय अनियंत्रित बस सड़क किनारे पलट गई। इस दुर्घटना के बाद यात्रियों में चीख-पुकार मच गई।
यात्रियों की मदद
दुर्घटना के समय स्लीपर बस में यात्री फंस गए थे। दुर्घटनास्थल के नजदीक बसाहट में रहने वाले लोग तत्काल मौके पर पहुंच गए। स्थानीय लोगों ने बस के ऊपर हिस्से पर चढ़कर खिड़कियों का शीशा तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला। दुर्घटना के समय बस की गति कम होने के कारण यात्रियों को गंभीर चोट नहीं आई, सिर्फ कुछ यात्रियों को मामूली चोटें आई हैं। घटना की सूचना मिलते ही बसंतपुर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और घायलों के उपचार की व्यवस्था कराई।
दुर्घटना का कारण
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अगर बस की गति अधिक होती तो दुर्घटना में ज्यादा क्षति हो सकती थी। बस का ब्रेक जाम हो जाने के कारण इसके अनियंत्रित होने की बात कही जा रही है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि बस के एक ओर का ब्रेक जाम हो गया था, जिससे चालक का नियंत्रण बस पर से हट गया और बस पलट गई।
पुलिस की कार्यवाही
बसंतपुर पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और घायलों को तत्काल स्थानीय अस्पताल में भेजा। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वे दुर्घटना के सभी संभावित कारणों की जांच कर रहे हैं और संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ कर रहे हैं। इसके साथ ही, दुर्घटना के समय बस की स्थिति और उसके रखरखाव की भी जांच की जा रही है।
स्थानीय लोगों की सराहनीय भूमिका
दुर्घटना के बाद स्थानीय निवासियों ने त्वरित प्रतिक्रिया दी और फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी तत्परता और मदद से दुर्घटना के बाद स्थिति को जल्दी से संभाल लिया गया। स्थानीय लोग बस के ऊपर चढ़कर खिड़कियों के शीशे तोड़कर यात्रियों को बाहर निकालने में सफल रहे, जिससे किसी भी गंभीर हानि से बचा जा सका।
यात्रियों की स्थिति
सभी घायलों का स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार किया गया। डॉक्टरों ने बताया कि सभी यात्री खतरे से बाहर हैं और उनकी हालत स्थिर है। मामूली चोटों के चलते उन्हें जल्द ही अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। यात्रियों ने पुलिस और स्थानीय लोगों के प्रयासों की सराहना की और उनकी त्वरित सहायता के लिए आभार व्यक्त किया।
इस दुर्घटना में किसी भी यात्री को गंभीर चोट नहीं आई, जो कि एक राहत की बात है। बस का ब्रेक जाम हो जाने के कारण दुर्घटना हुई, जिसकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है। स्थानीय निवासियों और पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया ने इस दुर्घटना को अधिक गंभीर होने से बचा लिया। यह घटना एक बार फिर यह याद दिलाती है कि यातायात सुरक्षा और बसों के नियमित रखरखाव की कितनी महत्वपूर्ण है। आगे की जांच में दुर्घटना के सही कारणों का पता चलने के बाद और भी महत्वपूर्ण सुधार किए जा सकते हैं।
इस प्रकार की घटनाओं से सीख लेकर भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकते हैं। बस संचालकों और प्रशासन को मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी वाहनों की नियमित जांच और रखरखाव हो ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।