सोमवार, 8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में नीट-यूजी 2024 (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक) से संबंधित 38 याचिकाओं पर सुनवाई होगी। यह सुनवाई मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और मनोज मिश्रा की पीठ द्वारा की जाएगी। इन याचिकाओं में 5 मई को आयोजित नीट-यूजी परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगाने और इसे फिर से आयोजित करने का निर्देश देने की मांग की गई है।
लाखों ईमानदार अभ्यर्थियों पर असर
केंद्र सरकार और राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने शुक्रवार को अदालत में यह दावा किया कि गोपनीयता भंग होने के किसी भी साक्ष्य के बिना परीक्षा को रद्द करने से लाखों ईमानदार अभ्यर्थियों पर गंभीर असर पड़ सकता है। उनका कहना है कि परीक्षा को रद्द करना बेहद प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
23 लाख अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा
एनटीए हर साल एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए नीट-यूजी का आयोजन करती है। इस साल 5 मई को आयोजित हुई इस परीक्षा में 571 शहरों के 4,750 परीक्षा केंद्रों पर लगभग 23 लाख अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया।
पेपर लीक और अनियमितताओं के आरोप
नीट-यूजी परीक्षा में पेपर लीक और अनियमितताओं के आरोपों के कारण कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए। विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे को उठाया। गड़बड़ी के आरोपों को लेकर अदालतों में भी कई मामले दायर किए गए हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और एनटीए ने इन याचिकाओं का विरोध करते हुए अलग-अलग हलफनामे दाखिल किए हैं। उन्होंने कहा कि सीबीआई ने विभिन्न राज्यों में दर्ज मामलों की जांच अपने हाथ में ले ली है।
काउंसलिंग कार्यक्रम पर एमसीसी का नोटिस
मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) ने 6 जुलाई को एक अधिसूचना जारी करते हुए बताया कि नीट यूजी 2024 की काउंसलिंग कार्यक्रम अभी घोषित नहीं किया गया है। एमसीसी ने अपनी वेबसाइट पर जानकारी दी कि काउंसलिंग शेड्यूल की घोषणा परीक्षा प्रक्रिया पूरी होने और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) द्वारा सीट मैट्रिक्स को अंतिम रूप देने के बाद ही की जाएगी।
एनएमसी का सीट मैट्रिक्स निर्धारण
एनएमसी ने जून के अंतिम सप्ताह में यूजी और पीजी सीटों के लिए सीट मैट्रिक्स को अंतिम रूप देने का कार्यक्रम जारी किया है। इसके अनुसार, यूजी सीट मैट्रिक्स को जुलाई के तीसरे सप्ताह तक और पीजी सीट मैट्रिक्स को अगस्त के मध्य तक अंतिम रूप दिया जाएगा। एमसीसी इस आधार पर काउंसलिंग की जानकारी की सूचना देगा।
नीट-यूजी 2024 की परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों को लेकर अदालत में याचिकाएं दायर की गई हैं, जिन पर 8 जुलाई को सुनवाई होगी। परीक्षा को रद्द करने के विरोध में केंद्र और एनटीए ने अपने पक्ष में तर्क प्रस्तुत किए हैं। काउंसलिंग कार्यक्रम की घोषणा अभी बाकी है और एनएमसी द्वारा सीट मैट्रिक्स निर्धारण के बाद ही यह प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। अदालत के निर्णय का इंतजार सभी अभ्यर्थियों को रहेगा, जिससे उनकी भविष्य की दिशा निर्धारित होगी।