बिलासपुर: न्यायधानी में इन दिनों तापमान फिर से बढ़ने लगा है, जिससे उमस ने लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। दिन के समय लोग पसीने से तर बतर नजर आ रहे हैं। इसके कारण कई लोग रविवार को पर्यटन स्थलों की ओर निकल गए, जहां वे प्राकृतिक माहौल और ठंडी हवाओं का आनंद उठा सके। कोटा और पेंड्रारोड के जंगलों में सुकून का अनुभव किया गया।
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Toggleमौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को प्रदेश के कुछ स्थानों पर गरज और चमक के साथ अंधड़ चलने और वज्रपात होने की संभावना है। भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्यतः दक्षिण छत्तीसगढ़ में रहने की उम्मीद है। इसलिए मौसम विभाग ने बिलासपुर और इसके आसपास के जिलों को अगले 24 से 48 घंटों में भारी वर्षा की चेतावनी के साथ अलर्ट जारी किया है। इस स्थिति में बिलासपुर के लोगों को भी सावधान रहने की आवश्यकता है।
तेज वर्षा के दौरान सावधानियां
तेज वर्षा के दौरान निम्नलिखित सावधानियों का पालन करना आवश्यक है:
- सुरक्षित स्थानों पर रहें: वर्षा के दौरान खुले स्थानों से बचें और सुरक्षित स्थानों में रहें।
- नदियों और जलस्त्रोतों से दूर रहें: भारी वर्षा के दौरान नदियों और अन्य जलस्त्रोतों के पास न जाएं।
- बिजली के उपकरणों का सावधानी से उपयोग करें: बिजली के उपकरणों को सावधानी से इस्तेमाल करें और गीले हाथों से बिजली के खंभों या तारों को न छुएं।
- आंधी की चेतावनी जारी हो तो घर से बाहर न निकलें: यदि मौसम विभाग द्वारा आंधी की चेतावनी जारी की गई हो, तो घर में रहें और बाहर न निकलें।
हल्की वर्षा की संभावना
मौसम विशेषज्ञ अब्दुल सिराज खान के अनुसार, 8 जुलाई को शहर में हल्की वर्षा की संभावना है। वहीं, 9 जुलाई की शाम से 10 जुलाई तक गरज के साथ रुक-रुक कर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। 11 और 12 जुलाई को हवा की गति तेज होगी, जो लगभग 25 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है। 13 जुलाई को व्यापक रूप से हल्की वर्षा होने की संभावना है, और इसके बाद 16 जुलाई तक यह क्रम बना रह सकता है।
पर्यटन स्थलों पर राहत
गर्मी और उमस से परेशान लोग रविवार को पर्यटन स्थलों की ओर रुख कर रहे हैं। कोटा और पेंड्रारोड के जंगलों में प्राकृतिक माहौल में ठंडी हवाओं का आनंद लिया गया। लोगों ने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताया और प्रकृति की गोद में राहत महसूस की।
स्वास्थ्य पर असर
उमस भरे मौसम का स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। लोग थकान, चिड़चिड़ापन और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से जूझते हैं। इसलिए, विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि इस मौसम में अधिक से अधिक पानी पिएं, हल्का और पौष्टिक भोजन करें और घर के अंदर रहें।
व्यापार और यातायात पर असर
गर्मी और उमस का व्यापार और यातायात पर भी असर पड़ा है। बाजारों में रौनक कम हो गई है और लोग जरूरी काम के अलावा बाहर निकलने से बच रहे हैं। ट्रैफिक भी प्रभावित हुआ है, क्योंकि लोग घर में रहना पसंद कर रहे हैं।
किसानों की चिंता
किसानों के लिए यह मौसम और भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। भारी वर्षा से फसलों को नुकसान हो सकता है, और तेज हवाओं से खेतों में खड़ी फसलें प्रभावित हो सकती हैं। इसलिए, किसान भी मौसम विभाग की चेतावनी पर ध्यान दे रहे हैं और आवश्यक सावधानियां बरत रहे हैं।
नागरिक प्रशासन की तैयारियां
नागरिक प्रशासन ने भी इस स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नालों की सफाई की जा रही है और राहत शिविरों की व्यवस्था की जा रही है। नागरिकों को भी जागरूक किया जा रहा है कि वे सावधानी बरतें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
न्यायधानी में बढ़ती गर्मी और उमस ने आमजन जीवन को प्रभावित किया है। लोग राहत के लिए पर्यटन स्थलों की ओर रुख कर रहे हैं। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार, आने वाले दिनों में भारी वर्षा और तेज हवाओं की संभावना है। नागरिकों को सावधान रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारी कर ली है।