कोरबा जिले के कटघोरा के मोहनपुर में गुरुवार रात हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में बाइक सवार पिता और पुत्र की मौत हो गई। हादसे में पुत्र शगुन महंत की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पिता रवि महंत ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घटना के बाद परिवार में मातम छा गया है।
विस्तार
कोरबा के कटघोरा के मोहनपुर में एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसने एक परिवार को गहरे शोक में डाल दिया। गुरुवार की रात, पिता-पुत्र की जोड़ी, शगुन महंत और रवि महंत, बाइक पर सवार होकर एनटीपीसी अगारखार जा रहे थे। उनके रास्ते में एक डिवाइडर आया, जिससे टकराकर उनकी बाइक अनियंत्रित हो गई और इस भयानक दुर्घटना का शिकार हो गई।
हादसे की स्थिति
इस हादसे में 26 वर्षीय शगुन महंत की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनके पिता रवि महंत गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोग घटना स्थल पर एकत्र हो गए और तत्काल 108 संजीवनी एक्सप्रेस को बुलाया गया। दोनों को कटघोरा के अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां रवि महंत ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही कटघोरा पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचना दी और उनके बयान दर्ज किए। इसके बाद मर्ग कायम कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई। पुलिस ने बताया कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।
परिवार का हाल
मृतक शगुन महंत और घायल रवि महंत पाली भंडार खोल गांव के निवासी थे। हादसे के समय वे पाली से एनटीपीसी अगारखार, रवि महंत की बेटी के घर जा रहे थे। वे पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद सुबह वापस लौटने की योजना बना रहे थे। इस दुर्घटना के बाद परिवार में मातम का माहौल है और परिजन रो-रो कर बेहाल हैं।
सड़क निर्माण की समस्याएं
कटघोरा के मोहनपुर क्षेत्र में इस हादसे के पीछे अधूरे सड़क निर्माण कार्य का बड़ा हाथ है। मुख्य मार्ग पर डिवाइडर तो बना दिया गया, लेकिन आगे का निर्माण कार्य रुका हुआ है। यह कार्य दिलीप बिल्डकॉन द्वारा किया जा रहा है, लेकिन ग्रामीणों को मुआवजा नहीं मिलने के कारण काम अधूरा पड़ा हुआ है।
संकेतक बोर्ड की कमी
घटनास्थल पर संकेतक बोर्ड नहीं होने के कारण रात में डिवाइडर दिखाई नहीं दिया, जिससे बाइक सवार पिता-पुत्र हादसे का शिकार हो गए। यह समस्या स्थानीय प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है, जो अधूरे निर्माण कार्य और संकेतक बोर्ड की कमी के कारण हो रही है।
स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया
हादसे के बाद स्थानीय लोग बहुत आक्रोशित हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही और अधूरे निर्माण कार्य के कारण यह दुर्घटना हुई है। उन्होंने मांग की है कि जल्द से जल्द सड़क का निर्माण कार्य पूरा किया जाए और संकेतक बोर्ड लगाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।
अस्पताल में स्थिति
कटघोरा के अस्पताल में भर्ती घायल रवि महंत की स्थिति गंभीर थी। चिकित्सकों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन गहरे जख्मों और अधिक रक्तस्राव के कारण वे उन्हें नहीं बचा सके। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि उन्हें समय पर उचित चिकित्सा सुविधा दी गई, लेकिन उनकी हालत बहुत नाजुक थी।
पुलिस की जांच
पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है और सड़क निर्माण कार्य की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों की भी जांच की जाएगी। प्रशासन ने दिलीप बिल्डकॉन से संपर्क किया है और निर्माण कार्य में हुई देरी के बारे में स्पष्टीकरण मांगा है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आगे की कार्यवाही
इस हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने सड़क सुरक्षा उपायों को और कड़ा करने का निर्णय लिया है। जल्द ही अधूरे निर्माण कार्य को पूरा करने और संकेतक बोर्ड लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। प्रशासन ने वादा किया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
समाज का योगदान
इस हादसे ने समाज के सभी वर्गों को झकझोर कर रख दिया है। स्थानीय समाजसेवी संगठनों ने मृतकों के परिवार को मदद की पेशकश की है और प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द सुरक्षा उपाय किए जाएं। इस हादसे ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सड़क सुरक्षा और प्रशासनिक जिम्मेदारी को लेकर और गंभीर होने की जरूरत है।
कोरबा के कटघोरा में हुए इस दर्दनाक हादसे ने एक परिवार को गहरे शोक में डाल दिया है। प्रशासनिक लापरवाही और अधूरे सड़क निर्माण कार्य ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी कितनी घातक हो सकती है। उम्मीद है कि इस हादसे से प्रशासन सबक लेगा और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा।