बस्तर जिले के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान (Kanger Valley National Park) में हिरण का शिकार कर पिकनिक मनाने की तैयारी कर रहे पांच ग्रामीणों को वन विभाग की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। सभी आरोपी कोटमसर गांव के निवासी हैं और उन्होंने जंगल में हिरण का शिकार किया था।
हिरण का अवैध शिकार
वन विभाग के अनुसार, आरोपियों ने 15 किलो वजनी हिरण को मारकर उसके शरीर को 17 टुकड़ों में बांट लिया था। ये सभी जंगल के पास पिकनिक मनाने की योजना बना रहे थे। घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर दबिश दी।
भागे अन्य आरोपी
जब टीम पहुंची, तो कई आरोपी भाग खड़े हुए। गिरफ्तार किए गए पांच लोगों से पूछताछ के बाद, अन्य पांच फरार आरोपियों की तलाश जारी है। वन विभाग ने हिरण के शरीर के अंगों को बरामद कर लिया है।
कांगेर घाटी में शिकार की घटनाएं
लंबे समय बाद कांगेर नेशनल पार्क के भीतर शिकार की इस तरह की घटना सामने आई है। पार्क के भीतर स्थित डियर पार्क में घायल हिरण और अन्य जानवरों को रखा जाता है, जो स्वस्थ होने के बाद जंगल में छोड़ दिए जाते हैं। वन अधिकारियों का मानना है कि इन्हीं में से एक हिरण का शिकार किया गया है।
पुरस्कार प्राप्त पार्क में अवैध गतिविधि
गौरतलब है कि हाल ही में यूनेस्को ने कांगेर घाटी नेशनल पार्क के डुमरारास क्षेत्र को इको-टूरिज्म में उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया था। ऐसे में इस तरह की घटना पार्क की सुरक्षा और संरक्षा पर सवाल खड़े करती है।
वन विभाग का बयान
वन विभाग ने आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने बताया कि हिरण का शिकार गंभीर अपराध है और सभी दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।